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ह.टा. न्यूज नेटवर्क।
गोंदिया/नागपुर। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) के अधिकारियों द्वारा पंप पर पेट्रोल-डीजल का संग्रह करने के एवज में 1 लाख रुपये रिश्वत की मांग करने के मामले पर केंद्रीय अपराध अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के वरिष्ठ अधिकारियों ने छापामार कार्रवाई कर गोंदिया, नागपुर से तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। ये
CBI की टीम ने ये कार्रवाई एकसाथ गोंदिया और नागपुर में गुरुवार रात को की। सीबीआई के वरिष्ठ अधीक्षक सलीम खान के मार्गदर्शन में गोंदिया में आईओसीएल के सेल्स अधिकारी सुनील गोलार, आईओसीएल के महाव्यवस्थापक एन पी रोडगे, मुख्य व्यवस्थापक (चिल्लर बिक्री) मनीष नंदले को 1 लाख की रिश्वत मामले पर गिरफ्तार किया।
सूत्र के अनुसार गोंदिया जिले के गोरेगाँव तहसील के खाडीपार स्थित मीरा पेट्रोल पंप के मालक को पंप पर आवश्यक ईंधन संग्रह करने देंने व इसी तरह एक दूसरी ओर से आईओसीएल बिक्री अधिकारी गोलार ने 1 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। इसकी शिकायत सीबीआई के वरिष्ठ अधीक्षक श्री खान को मिलने पर एवं ऐसी ही दूसरी शिकायत गोरेगाँव के आकाश चौधरी की ओर से प्राप्त होने पर दोनों मामलों की पुष्टि कर दोनों प्रकरण पर गुरुवार को स्वतंत्र मामला दर्ज किया था।
दो अलग अलग टीम बनाई गई। एक टीम ने गोंदिया में कार्रवाई कर गोलार को हिरासत में लिया वही दूसरी टीम ने नागपुर में रोडगे व नंदले पर कार्रवाई की। बताया गया कि सीबीआई ने उनके कार्यालयों के साथ ही उनके निवास पर भी जांच कार्रवाई की। आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून के तहत मामला दर्ज किए जाने की जानकारी मिली है।